न्यू मुस्लिम ई-लर्निंग साइट में आपका स्वागत है। यह नए मुस्लिम धर्मान्तरित लोगों के लिए है जो अपने नए धर्म को आसान और व्यवस्थित तरीके से सीखना चाहते हैं। इसमे पाठों को स्तरों के अंतर्गत संयोजित किए गया है। तो पहले आप स्तर 1 के तहत पाठ 1 पर जाएं। इसका अध्ययन करें और फिर इसकी प्रश्नोत्तरी करें। जब आप इसे पास कर लें तो पाठ 2 वगैरह पर आगे बढ़ें। शुभकामनाएं।
आपको पंजीकरण करने की सलाह दी जाती है ताकि आपके प्रश्नोत्तरी ग्रेड और प्रगति को सेव किया जा सकें। इसलिए पहले यहां पंजीकरण करें, फिर स्तर 1 के अंतर्गत पाठ 1 से शुरू करें और वहां से अगले पाठ की ओर बढ़ें। अपनी सुविधा अनुसार पढ़ें। जब भी आप इस साइट पर वापस आएं, तो बस "मैंने जहां तक पढ़ा था मुझे वहां ले चलें" बटन (केवल पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध) पर क्लिक करें।
न्याय के दिन की निशानियां (2 का भाग 2): प्रमुख निशानियां
विवरण: प्रत्येक प्रमुख निशानियों का संक्षिप्त विवरण जो न्याय के दिन से कुछ समय पहले होगा।
द्वारा Aisha Stacey (© 2013 NewMuslims.com)
प्रकाशित हुआ 08 Nov 2022 - अंतिम बार संशोधित 07 Nov 2022
प्रिंट किया गया: 7 - ईमेल भेजा गया: 0 - देखा गया: 545 (दैनिक औसत: 2)श्रेणी: पाठ > इस्लामी मान्यताएं > परलोक
उद्देश्य:
· अल्लाह के अलावा कोई नहीं जानता कि ये निशानियां कब दिखेगी, हालांकि हम जानते हैं कि क्या दिखेगा और इन संकेतों को सबूत के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए कि अल्लाह सब कुछ जानने वाला और सभी मामलों को नियंत्रित करने वाला है।
अरबी शब्द:
· फ़ितना - एक अरबी शब्द जिसका हिंदी में आसानी से अनुवाद नहीं किया जा सकता। इसका अर्थ है परीक्षण या क्लेश का समय, विशेष रूप से ऐसी स्थिति जो किसी व्यक्ति को सही ढंग से ईश्वर की आराधना करने से रोकती है, या अवज्ञा या अविश्वास के कृत्यों का कारण बनती है।
· सुन्नत - अध्ययन के क्षेत्र के आधार पर सुन्नत शब्द के कई अर्थ हैं, हालांकि आम तौर पर इसका अर्थ है जो कुछ भी पैगंबर ने कहा, किया या करने को कहा।
· हदीस - (बहुवचन - हदीसें) यह एक जानकारी या कहानी का एक टुकड़ा है। इस्लाम में यह पैगंबर मुहम्मद और उनके साथियों के कथनों और कार्यों का एक वर्णनात्मक रिकॉर्ड है।
· इक़ामाह - यह शब्द प्रार्थना के दूसरे आह्वान को संदर्भित करता है जो प्रार्थना शुरू होने से ठीक पहले दिया जाता है।
न्याय के दिन की मुख्य निशानियां वे घटनाएं हैं जो उस दिन के शुरू होने से कुछ समय पहले घटित होंगी। वे असाधारण और अलौकिक घटनाएं हैं जो बार-बार नहीं होती हैं। वास्तव मे ये घटनाएं तुरही के फूंकने से पहले होगी जब जीवन (जैसा कि हम जानते हैं) का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
महदी का आना
पैगंबर मोहम्मद के वंशजों में से एक व्यक्ति प्रकट होगा और अल्लाह का धर्म प्रबल होगा। महदी भूमि (या पृथ्वी) पर अधिकार कर लेंगे और हर जगह न्याय फैल जायेगा, अधर्म और उत्पीड़न समाप्त हो जायेगा। एक प्रामाणिक हदीस में कहा गया है कि महदी का नाम पैगंबर मुहम्मद के नाम जैसा होगा और उनके पिता का नाम पैगंबर के पिता के नाम जैसा होगा। वह पैगंबर मुहम्मद की बेटी फातिमा के वंशज होंगे और वह पूर्वी देश में प्रकट होंगे।
दज्जाल (द एंटीक्रिस्ट)
यह आदम की औलादों मे से एक होगा। प्रामाणिक हदीस में उसकी विशेषताओं का उल्लेख है; उसका रंग सुर्ख और बाल घुंगराले होंगे, और उसकी एक आंख होगी और उसकी दाहिनी आंख तैरते हुए अंगूर की तरह दिखाई देगी। उसकी आंखो के बीच में "कफ़्फ़ार" (असंबद्ध अक्षरों में) या "काफ़िर" (अविश्वासी) लिखा होगा, जिसे हर मुसलमान, पढ़ा लिखा या अनपढ़, पढ़ सकेगा। वह अपनी पीढ़ी का आखिरी होगा, उसके कोई संतान न होगी।
दज्जाल का फ़ितना (परीक्षण, क्लेश) अब तक का सबसे बड़ा फ़ितना होगा क्योंकि अल्लाह उसे उतनी शक्ति देगा। वह अद्भुत और भ्रमित करने वाले दोनों तरह के बड़े चमत्कार करेगा। उसके पास एक स्वर्ग और एक नर्क होगा, लेकिन उसका स्वर्ग वास्तव में एक नर्क होगा, और नर्क वास्तव मे एक स्वर्ग। उसके पास जल की नदियां और रोटी के पहाड़ होंगे। वह आकाश को बारिश बरसाने की आज्ञा देगा और बारिश हो जाएगी, और वह जमीन को उपजाने की आज्ञा देगा और जमीन उपजा देगी।
दज्जाल का विनाश मरियम के पुत्र ईसा (यीशु) के हाथों होगा, "दज्जाल मेरे राष्ट्र में पैदा होगा... और अल्लाह मरियम के पुत्र ईसा को भेजेगा ... और ईसा उससे युद्ध करेगा और उसे नष्ट कर देगा।”[1]
मरियम के पुत्र ईसा (यीशु) का वंश
दज्जाल के प्रकट होने और पूरे देश में फ़ितना का कारण बनने के बाद, अल्लाह मरियम के पुत्र ईसा को भेजेगा, जो सीरिया के दमिश्क के पूर्व में एक सफेद मीनार पर दो स्वर्गदूतों के पंखों पर अपने हाथों को रखे हुए पृथ्वी पर उतरेंगे। वह उस समय उतरेंगे जब नमाज़ के लिए इक़ामाह दी जा रही होगी, और वह उस समूह को नमाज़ पढ़ाने वाले के पीछे नमाज़ पढ़ेंगे। क़ुरआन के समीक्षक इब्न कथिर ने मरियम के पुत्र ईसा के वंश के बारे में कई हदीसों का सार प्रस्तुत किया है, जब वे कहते हैं, "मरियम के पुत्र ईसा न्याय के दिन से पहले एक न्यायपूर्ण सरदार और निष्पक्ष शासक के रूप में उतरेंगे।”
याजूज और माजूज (गोग और मागोग)
याजूज और माजूज वो मनुष्य हैं, जो आदम और हवा (ईव) के वंशज हैं। सुन्नत में वर्णित विवरण के अनुसार वे तुर्क-मंगोल जाति से संबंधित हैं, छोटी आंखे, छोटी और सपाट नाक और चौड़े चेहरे। समय के अंत में उनकी उपस्थिति प्रलय के संकेतों में से एक है, "यहां तक कि जब खोल दिये जायेंगे याजूज तथा माजूज और वे प्रत्येक ऊंचाई से उतर रहे होंगे। और समीप आ जायेगा सत्य वचन (न्याय का दिन)… ” (क़ुरआन 21: 96, 97)
पृथ्वी का निगलना
इसका अर्थ है कि जगह पृथ्वी निगल लेगी और वो उसमें गायब हो जाएगी, जैसा कि क़ुरआन में वर्णित है, "तथा हमने धंसा दिया उसके तथा उसके घर सहित धरती को..." (क़ुरआन 28:81)। इनमें से तीन घटनाएं घटित होंगी।
ऐसा कहा जाता है कि तीन बड़े भूस्खलन या भूकंप (सुनामी) आएंगे, एक पूर्व में, एक पश्चिम में और एक अरब प्रायद्वीप में।
धुआं
प्रलय के अन्य प्रमुख संकेतों में से एक "धुआं" का निकलना। “तो आप प्रतीक्षा करें, उस दिन का, जब आकाश खुला धुआं लायेगा। जो छा जायेगा सब लोगों पर। यही दुःखदायी यातना है।" (क़ुरआन 44:10, 11)
धुआं विश्वासियों और अविश्वासियों दोनों को प्रभावित करेगा। विश्वासी ऐसे प्रभावित होंगे मानो सर्दी से पीड़ित हों जबकि अविश्वासी बेहोश हो जायेंगे।
पश्चिम से सूर्य का उदय
“जब तक सूरज पश्चिम से नही उगेगा, तब तक प्रलय का समय शुरू नहीं होगा, और जब यह उगेगा और लोग इसे देखेंगे, तो वे सभी विश्वास करेंगे, लेकिन तब विश्वास करने से कुछ न होगा, यदि वह पहले विश्वास नही करते थे, और न अपनी आस्था से भलाई (धार्मिकता के काम करके) के काम करके अच्छा अर्जी करते थे।”[2]
पश्चिम से सूर्य का उदय पृथ्वी पर एक बड़ी दुविधा पैदा करेगा। यह पूरी तरह से ब्रह्मांड की प्रकृति के खिलाफ प्रतीत होगा और इस प्रकार अल्लाह की महान शक्ति को दिखायेगा। इस समय पश्चाताप का द्वार बंद हो जायेगा। इस घटना से पहले विश्वास और पश्चाताप करना आवश्यक है।
पृथ्वी का जानवर का आना
“एक बार ये तीन चीजें हो गई तो लोगों के विश्वास करने का कुछ फायदा न होगा, यदि वह पहले विश्वास नही करते थे, और न अपनी आस्था से भलाई (धार्मिकता के काम करके) के काम करके अच्छा अर्जी करते थे: पश्चिम से सूर्य का उदय, दज्जाल, और पृथ्वी का जानवर।”[3]
जानवर कहां से आएगा और इसका रूप कैसा होगा, इस बारे में कई मत हैं। हालांकि सभी इस बात से सहमत हैं कि जानवर एक विशाल प्राणी होगा जो पृथ्वी से निकलेगा, और वह मानव नही होगा। यह लोगों में से पहचानेगा और घोषित करेगा कि कौन विश्वासी है और कौन अविश्वासी।
आग जो लोगों को एक साथ इकट्ठा करेगी
हमारी चर्चा में अंतिम संकेत महान आग है जो यमन की ओर से आएगी। यह एक बहुत बड़ी आग होगी जो लोगों को सभा की जगह तक ले जाएगी। तुरही फूंकी जाएगी और वह महान दिन शुरू होगा जिससे कोई बच नहीं सकता।
इसके अलावा आप यहां उपलब्ध लाइव चैट के माध्यम से भी पूछ सकते हैं।
- स्वैच्छिक प्रार्थना
- जानवरों के प्रति व्यवहार
- झूठ बोलना, चुगली करना और झूठी निंदा करना (2 का भाग 1)
- झूठ बोलना, चुगली करना और झूठी निंदा करना (2 का भाग 2)
- आस्था बढ़ाना (2 का भाग 1): आस्था हमेशा स्थिर स्तर पर क्यों नहीं रहती
- आस्था बढ़ाना (2 का भाग 2): अपनी आस्था (ईमान) बढ़ाना और पुरस्कार अर्जित करना
- स्वैच्छिक उपवास
- न्याय के दिन की निशानियां (2 का भाग 1): छोटी निशानियां
- न्याय के दिन की निशानियां (2 का भाग 2): प्रमुख निशानियां
- व्यभिचार, वैश्यावृति, और पोर्नोग्राफ़ी (2 का भाग 1)
- व्यभिचार, वेश्यावृत्ति, और पोर्नोग्राफ़ी (2 का भाग 2)
- विपरीत लिंगो के बीच मेलजोल के इस्लामी दिशानिर्देश (2 का भाग 1)
- विपरीत लिंगो के बीच मेलजोल के इस्लामी दिशानिर्देश (2 का भाग 2)
- शरिया का परिचय (2 का भाग 1)
- शरिया का परिचय (2 का भाग 2)
- मानव स्वभाव के अनुरूप कार्य (सुनन अल-फ़ित्रह)
- ईद-उल-अजहा शुरू से आखिर तक (3 का भाग 1)
- ईद-उल-अजहा शुरू से आखिर तक (3 का भाग 2)
- ईद-उल-अजहा शुरू से आखिर तक (3 का भाग 3)
- इस्लाम में नवाचार (2 का भाग 1): बिदअत के दो प्रकार
- इस्लाम में नवाचार (2 का भाग 2): क्या यह एक बिदअत है?
- रमजान: अंतिम दस रातें
- उम्रह (2 का भाग 1)
- उम्रह (2 का भाग 2)
- इस्लाम में पापों की अवधारणा (3 का भाग 1)
- इस्लाम में पापों की अवधारणा (3 का भाग 2)
- इस्लाम में पापों की अवधारणा (3 का भाग 3)