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न्यू मुस्लिम ई-लर्निंग साइट में आपका स्वागत है। यह नए मुस्लिम धर्मान्तरित लोगों के लिए है जो अपने नए धर्म को आसान और व्यवस्थित तरीके से सीखना चाहते हैं। इसमे पाठों को स्तरों के अंतर्गत संयोजित किए गया है। तो पहले आप स्तर 1 के तहत पाठ 1 पर जाएं। इसका अध्ययन करें और फिर इसकी प्रश्नोत्तरी करें। जब आप इसे पास कर लें तो पाठ 2 वगैरह पर आगे बढ़ें। शुभकामनाएं।

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के लिए प्रश्नोत्तरी: आस्था बढ़ाना (2 का भाग 1): आस्था हमेशा स्थिर स्तर पर क्यों नहीं रहती

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1) इस्लामी रूप से, निम्नलिखित में से कौन सा किसी की आस्था में समावेशी है?

2) निम्नलिखित मे से किसका किसी की आस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है?

3) आस्था को कैसे अमल मे लाया जा सकता है?

4) आस्था (ईमान) के संबंध में एक सत्य कथन की पहचान करें।

5) आस्था (ईमान) अल्लाह की आज्ञाकारिता से बढ़ता है और अवज्ञा से घटता है।

6) आस्था (ईमान) एक ऐसी चीज है जो:

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